Saturday 28 April 2018

वास्तु

मुख्य द्वार : घर के मुख्य द्वार पर मांगलिक चिन्हों जैसे - ऊँ, स्वास्तिक का प्रयोग करना चाहिए . घर में मुख्य द्वार जैसे अन्य द्वार नहीं बनाने चाहिए तथा मुख्य द्वार को फल, पत्र, लता आदि के चित्रों से अलंकृत करना चाहिए . . मुख्य द्वार पर कभी भी वीभत्स चित्र इत्यादि नहीं लगाने चाहिए . .

 बैठक कक्ष या ड्राइंग रूम : इस कक्ष में फर्नीचर, शो केस तथा अन्य भारी वस्तुएं दक्षिण-पश्चिम या नैऋत्य में रखनी चाहिए . इस कक्ष में यदि कृत्रिम पानी का फव्वारा या अक्वेरियम रखना हो तो उसे उत्तर-पूर्व कोण में रखना चाहिए . . टीवी दक्षिण-पश्चिम या अग्नि कोण में रखा जा सकता है . . बैठक में ही मृत पूर्वजों के चित्र दक्षिण या पश्चिमी दीवार पर लगाना चाहिए . . इस कक्ष की दीवारों का हल्का नीला, आसमानी, पीला, क्रीम या हरे रंग का होना उत्तम होता है . .

 शयन कक्ष : शयन कक्ष में कभी भी देवी-देवताओं या पूर्वजों के चित्र नहीं लगाने चाहिए . . इस कक्ष में पलंग दक्षिणी दीवारों से सटा होना चाहिए . सोते समय सिर दक्षिण या पूर्व दिशा में होना चाहिए . शयन कक्ष में सोते समय पैर दरवाजे की तरफ नहीं होना चाहिए . शयन कक्ष में दर्पण नहीं होना चाहिए, इससे परस्पर कलह होता है . . इस कक्ष की दीवारों का रंग हल्का होना चाहिए . .

 रसोईघर : रसोई गृह में भोजन बनाते समय गृहिणी का मुख पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ होना चाहिए . बरतन, मसाले, राशन इत्यादि पश्चिम दिशा में रखने चाहिए . .बिजली के उपकरण दक्षिण-पूर्व में रखने चाहिए . जूठे बरतन तथा चूल्हे की स्लैब अलग होनी चाहिए। रसोईघर में दवाइयां नहीं रखनी चाहिए . . रसोईघर में काले रंग का प्रयोग नहीं करना चाहिए . . यह हरा, पीला,क्रीम या गुलाबी रंग का हो सकता है . .

 पूजाघर : घर में पूजा घर या पूजा का स्थान ईशान कोण में होना चाहिए . पूजा घर में मूर्तियां या फोटो इस तरह से रखनी चाहिए कि वे आमने-सामने न हों . . मूर्तियां बारह अंगुल से अधिक ऊंची नहीं रखना चाहिए . . पूजा गृह शयन कक्ष में नहीं होना चाहिए . यदि शयनकक्ष में पूजा का स्थान बनाना मजबूरी हो तो वहां पर्दे की व्यवस्था करनी चाहिए . . पूजा गृह हेतु सफेद, हल्का पीला अथवा हल्का गुलाबी रंग शुभ होता है . .

 स्नानगृह तथा शौचालय : स्नानगृह की आंतरिक व्यवस्था में नल को पूर्व या उत्तर की दीवार पर लगाना चाहिए जिससे स्नान के समय मुख पूर्व या उत्तर दिशा में हो . स्नान घर में वॉश बेसिन ईशान या पूर्व में रखना चाहिए . . गीजर, स्विच बोर्ड आदि अग्नि कोण में होना चाहिए . . बाथटब इस प्रकार हो कि नहाते समय पैर दक्षिण दिशा में न हों . बाथरूम की दिवारों या टाइल्स का रंग हल्का नीला, आसमानी, सफेद या गुलाबी होना चाहिए . . शौचालय में व्यवस्था इस प्रकार हो कि शौच में बैठते समय मुख दक्षिण या पश्चिम में हो . .
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Friday 27 April 2018

Buckwheat Pancakes

Ingredients
• 1½ C buckwheat flour (kuttu atta)
• ½ C sugar
• 1 Tbsp butter melted
• 3 Tbsp yogurt
• ¼ Tsp powdered cardamom
• 1 Tbsp grated orange rind
• 1½ C milk (or as needed)
• ½ C water
• Butter for cooking
• Honey (optional)
Preparation
1. Combine the first 8 ingredients in a mixing bowl. Whisk until smooth. If you desire a thinner pancake increase the quantity of milk or vice-versa. Adjust accordingly.
2. Heat a non-stick frying pan over moderate heat. Brush the pan with butter. For each pancake, ladle 4 Tbsp of batter into the pan. Cook until bubbles appear on the surface. Flip the pancake over and cook for another couple of minutes. (as only buckwheat flour is being used so, grease the pan with enough butter to avoid it sticking)
3. Transfer onto a plate and repeat the same for all other pancakes. Keep warm until all the batter is used. If desired serve the pancakes with honey or fresh fruits.
Serves
3-4 (depending on the thickness and size of the pancakes)

Friday 20 April 2018

घर में इन छोटी छोटी बातों का ध्यान रखें

घर में इन छोटी छोटी बातों का ध्यान रखें , जिससे आपकी कई समस्याओं का अंत हो सकता है --

🔴रात में सोने से पहले रसोई में बाल्टी भरकर रखें इससे क़र्ज़ से शीघ्र मुक्ति मिलती है और यदि बाथरूम में बाल्टी भरकर रखेंगे तो जीवन में उन्नति के मार्ग में बाधा नही आवेगी |

🔵 सूर्यास्त के समय किसी को भी दूध,दही या प्याज माँगने पर ना दें इससे घर की बरकत समाप्त हो जाती है |

🔴छत पर कभी भी अनाज या बिस्तर ना धोएं..हाँ सुखा सकते है इससे ससुराल से सम्बन्ध खराब होने लगते हैं |

🔵 Fruits के छिलके कूडादान में ना डालें वल्कि बाहर फेंकें इससे मित्रों से लाभ होगा |

🔴महीने में एक बार किसी भी दिन घर में चीनी के साथ  मिश्री डाल कर खीर जरुर बनाएं व् परिवार सहित एक साथ खाएं अर्थात जब पूरा परिवार घर में इकट्ठा हो उसी समय खीर खाएं तो माँ लक्ष्मी की जल्दी कृपा होती है | व् सभी में प्यार बना रहता है।

🔵महीने में एक बार अपने office/shop में भी कुछ mithai (मीठा)जरुर ले जाएँ उसे अपने साथियों के साथ या अपने नौकरों के साथ मिलकर खाए तो धन लाभ होगा |
🔴 मुख्य द्वार (main entrance)के पास कभी भी  dustbin ना रखें इससे आपके  पड़ोसी ही आपके शत्रु हो जायेंगे |

🔵 वृहस्पतिवार के दिन घर में कोई भी पीली वस्तु अवश्य खाएं हरी वस्तु ना खाएं तथा बुधवार के दिन हरी वस्तु खाएं लेकिन पीली वस्तु बिलकुल ना खाएं इससे सुख समृद्धि बड़ेगी |

🔴रात को झूठे बर्तन ना रखें इसे पानी से धो कर रख सकते है धन हानि रुकेगी ।

🔵नहाने के बाद गीले  तौलिये का प्रयोग ना करें इससे संतान जिद्दी हो जाती है व परिवार से अलग होने लगती है ।रोज़ साफ़ सुथरा और सूखा तौलिया ही प्रयोग करें |

🔴कभी भी  पूरा परिवार एक साथ घर से ना निकलें आगे पीछे जाएँ इससे यश की वृद्धि होगी |

Friday 13 April 2018

पूजा में कलश स्थापना की वैज्ञानिकता



वैज्ञानिक ज्ञान को प्रतीकों में बांधकर धार्मिक आस्था में ओत प्रोत कर देना हिंदू धर्म की विशेषता है। हिंदू रीति के अनुसार जब भी कोई पूजा होती है तब मंगल कलश की स्थापना अनिवार्य होती है बड़े यज्ञ अनुष्ठान में पुत्रवती सधवा महिलाएं बड़ी संख्या में मंगल कलश लेकर शोभायात्रा में निकलती है उसे समय सृजन एवं मातृत्व दोनों की पूजा एक साथ होती है ।

पूजन के समय प्रायः उच्चारण किया जाने वाला मंत्र स्वयं स्पष्ट है -
कलशस्य मुखे विष्णु कण्ठे रुद्र समाश्रिताः,
मुलेतस्य स्थितो ब्रह्मा मध्ये मात्र गणा स्मृता।
कुक्षोतु सागरा सर्वे सप्त द्विपा वसुंधरा, ऋग्वेदो यजुर्वेदो सामवेदो अथर्वणा: अंगेशच सहिता सर्वे कलशन्तु समाश्रिताः।।
अर्थात सृष्टि के नियामक विष्णु रुद्र और ब्रह्मा त्रिगुणात्मक शक्ति लिए इस ब्रह्मांड रूपी कलश में व्याप्त हैं समस्त समुद्र द्वीप वसुंधरा ब्रह्मांड के संविधान चारों वेद इस कलश में स्थान लिए हैं इसका वैज्ञानिक पक्ष यह है कि जहां इस कटका ब्रह्मांड दर्शन हो जाता है जिससे शरीर रूपी घट से तादात्म्य बनता है वही तांबे के पात्र में जल विद्युत चुंबकीय उर्जावान बनता है । ऊंचा नारियल का फल ब्रह्मांड ऊर्जा (कॉस्मिक एनर्जी ) का संवाहक बनता है जैसे विद्युत ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए बैटरी या कोषा होता है वैसे ही मंगल कलश ब्रह्मांडीय उर्जा संकेंद्रित करके उसे बहुगुणित कर आसपास विकिरित करने वाली एकीकृत कोषा है जो वातावरण को दिव्य बनाती है कच्चे सूत्रों का दक्षिणावर्ती वाला ऊर्जा वाले को धीरे-धीरे चारों ओर वर्तुलाकार संचालित करता है संभवत सूत्र अर्थात जो मौली या कलावा बांधा गया है वह विद्युत कुचालक होने के कारण ब्रह्मांड धाराओं का रोकता है ।

इसीलिए मंगल कलश को सर्व प्रथम स्थान प्रदान किया गया है।

Thursday 5 April 2018

छोटे - छोटे उपाय

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 अगर पति - पत्नी में कलह रहता है . . . तो सोने से एक घंटा पहले बेडरूम में एक कपूर की टिकिया जलावे . . ऐसा 43 दिन लगातार करे . . .कलह समाप्त होकर प्रेम में वृद्धि होगी . . .
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 अगर आप की आवाज़ अच्छी नहीं है . . तो आज से ही गाय के दूध में शहद मिलाकर पीना शुरू करे . . .आवाज़ सुरीली हो जायेगी . . .
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 अगर आपको हमेशा तनाव रहता है . . तो प्रतिदिन सूर्योदय काल में 1 घंटा किसी धर्म स्थान के बरामदे में बैठना शुरू कर दे . .
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 अगर आपको बहुत गुस्सा आता है . . तो रात्रि को चांदी के ग्लास में पानी भरकर चांदी की प्लेट से ढककर सिरहाने रखे . . सुबह उठते ही उसे पी ले . . शीघ्र ही गुस्सा शांत होने लगेगा . .
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 अगर आपको सर्दी - जुकाम रहता है . . अस्थमा की शिकायत है . . तो रात्रि सोने से पहले भुनी हुई लौंग चबाकर खाए . . शीघ्र आराम मिलेगा . .
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 अगर आप चाहते है . . कि हमेशा आपका मन प्रसन्न रहे . . तो प्रत्येक सोमवार पारद शिवलिंग पर दूध चढ़ावे . . चन्दन का लेपन करे . .
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 अगर आपकी बहुत मनोकामना है . . और उसकी पूर्ति नहीं हो पा रही है . . तो अपने घर पर " अपराजिता " की बेल लगावे . . प्रतिदिन सुबह अगरबत्ती जलाकर " ॐ महालक्ष्मी वांछितार्थ पूरय पूरय नमः " मन्त्र की एक माला जाप करे . . आपकी मनोकामना पूरी होगी . .
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 अगर आपके व्यवसाय को नज़र लग गयी है तो शुक्रवार रात को पानी में सेंधा नमक घोल ले . . शनिवार सुबह उस पानी से व्यवसायिक स्थल पर पोंछा लगावे .