Thursday 28 December 2017

घोड़े की नाल

= घोड़े की नाल का छल्ला अगर दाहिने हाथ की मध्यमा अंगुलि में धारण किया जाएँ . . तो ऊपरी हवा . तोने - टोटके से सुरक्षा मिलती ही है . . साथ में बवासीर में भी आराम आता है . .
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= मुख्य द्वार पर सीधा अर्थात u आकर में लगाये तो दैवीय कृपा और घर को सुरक्षा मिलती है . .
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= काले घोड़े की नाल से चार कील बनवाये और शनि पीड़ित व्यक्ति के बिस्तर में चारो पायो में लगा दें . .
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= घोड़े की नाल सवा किलो काली उरद की दाल में रख कर एक नारियल के साथ जल में प्रवाहित करे . इससे आकस्मिक कष्ट से छुटकारा मिलता है . .
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= घोड़े की नाल काले वस्त्र में लपेट कर तिजोरी में रखने से धन में वृद्धि होती है . .
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Monday 25 December 2017

चन्द्र ग्रह

चन्द्र ग्रह के उपायों की . . लाल किताब के अनुसार . .
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= जन्म कुंडली में खाना संख्या एक में चन्द्रमा के लिए बुजुर्ग स्त्री की सेवा करनी चाहिए एवं उनसे आशीर्वाद लेना चाहिए. वट वृक्ष की जड़ को जल से सींचन करना चाहिए.
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= खाना नम्बर दो में चन्द्रमा के उपचार हेतु 40 से 43 दिनों तक कन्याओं को हरे रंग का कपड़ा देना चाहिए.
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= खाना नम्बर 3 में चन्द्रमा मंदा होने पर गेहूं और गुड़ का दान करना चाहिए.
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= चतुर्थ भाव में चन्द्रमा समान्यत: अशुभ नहीं होता है फिर भी चन्द्र की शुभता के लिए चन्द्र की वस्तु जैसे चावल, दूध, दही, मोती, सफेद वस्त्र घर में रखना चाहिए .
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= चन्द्रमा खाना नम्बर पाँच में मंदा होने पर बुध की वस्तुएं जैसे हरे रंग का कपड़ा आदि घर में नहीं रखना चाहिए इससे परेशानी बढ़ती है.
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= छठे भाव में चन्द्रमा की शुभता के लिए रात्रि के समय दूध का सेवन नहीं करना चाहिए.दूध से बने पदार्थ का सेवन किया जा सकता है.
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= सप्तम भाव में चन्द्रमा होने पर इसकी शुभता के लिए ऐसा कोई कार्य नहीं करना चाहिए जिससे माता को कष्ट हो.
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= अष्टम में बड़ों का आशीर्वाद एवं चरणस्पर्श लाभप्रद होता है.
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= नवम में मंगल की वस्तुएं जैसे लाल वस्त्र, मसूर की दाल, शहद का दान करना चाहिए.
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= खाना नम्बर दस में चन्द्रमा मंदा होने पर चन्द्र की वस्तु घर में रखना लाभप्रद होता है.केले के वृक्ष में जल देने से भी लाभ मिलता है.
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= एकादश में चन्द्र मंदा होने पर बुध की वस्तुएं जैसे साबुत हरे मूंग की दाल, हरे रंग का कपड़ा आदि घर में नहीं लाना चाहिए.
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= द्वादश भाव में चन्द्रमा की उपस्थिति से मंदा फल प्राप्त होने पर बड़ों का आशीर्वाद ग्रहण करना चाहिए.चांदी के बर्तन में दूध पीने से चन्द्रमा शुभ रहता है.
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Friday 22 December 2017

अगर आपका नया घर बनने में दिक्कत आ रही है तो

= मंगलवार को मिटटी के बर्तन में हनुमान जी को बूंदी का भोग लगाये , फिर गरीबो को दान कर दे मकान जल्दी बन जयेगा . .बूंदी में २ तुलसी का पत्ता भी जरूर डाले . . .9 मंगलवार अवश्य करे . .
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= .लाल रंग की ध्वजा जिसमे राम लिखा हो मंगलवार को हनुमान जी को चढ़ाए .
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= सुबह शाम हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करे.
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= यदि किसी कारणवश आप अपना मकान नहीं बनवा पा रहे हैं या नया मकान नहीं खरीद पा रहे है, तो नीम की लकड़ी का एक छोटा सा घर बनवाकर किसी गरीब बच्चे को दान कर दें या किसी मंदिर में रख आएं . . ऐसा करने पर शीघ्र ही आपको घर मिलने के योग बनेंगे . . .
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= रोजाना प्रातःकाल स्नान करने के बाद निम्नलिखित मन्त्र का एक बार जाप अवश्य करें. .

“ॐ पद्मावती पद्म कुशी वज्रवज्रांपुशी प्रतिब भवंति भवंति।"
इस उपाय को नियमित रूप से अपनाने से आपकी अचल सम्पत्ति में बढ़ोतरी होगी. इसके साथ ही आपको पैतृक सम्पत्ति भी प्राप्त होगी और कुछ ही समय में आपका घर बन जायेगा. . .
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= मान्यता है कि अगर किसी घर में चिड़िया या गिलहरी अपना घोंसला बना ले, तो उस घर में सुख शांति, धन समृद्धि की कोई भी कमी नहीं होगी. इसलिए अगर वो आपके घर में घोंसला बना ले तो उसे हटाना नहीं चाहिए. अगर आप किराए के घर में रहते हैं और वहां चिड़िया घोंसला बना ले, तो यह आपके लिए भी शुभ शकुन है. भविष्य में आपका भी घर बन सकता है. .

Thursday 21 December 2017

मुख्य द्वार

घर के मुख्य द्वार पर मांगलिक चिन्हों जैसे - ऊँ, स्वास्तिक का प्रयोग करना चाहिए . घर में मुख्य द्वार जैसे अन्य द्वार नहीं बनाने चाहिए तथा मुख्य द्वार को फल, पत्र, लता आदि के चित्रों से अलंकृत करना चाहिए . .  मुख्य द्वार पर कभी भी वीभत्स चित्र इत्यादि नहीं लगाने चाहिए . .
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= बैठक कक्ष या ड्राइंग रूम : इस कक्ष में फर्नीचर, शो केस तथा अन्य भारी वस्तुएं दक्षिण-पश्चिम या नैऋत्य में रखनी चाहिए .  इस कक्ष में यदि कृत्रिम पानी का फव्वारा या अक्वेरियम रखना हो तो उसे उत्तर-पूर्व कोण में रखना चाहिए . . टीवी दक्षिण-पश्चिम या अग्नि कोण में रखा जा सकता है . . बैठक में ही मृत पूर्वजों के चित्र दक्षिण या पश्चिमी दीवार पर लगाना चाहिए . . इस कक्ष की दीवारों का हल्का नीला, आसमानी, पीला, क्रीम या हरे रंग का होना उत्तम होता है . . 
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= शयन कक्ष : शयन कक्ष में कभी भी देवी-देवताओं या पूर्वजों के चित्र नहीं लगाने चाहिए . . इस कक्ष में पलंग दक्षिणी दीवारों से सटा होना चाहिए .  सोते समय सिर दक्षिण या पूर्व दिशा में होना चाहिए .  शयन कक्ष में सोते समय पैर दरवाजे की तरफ नहीं होना चाहिए . शयन कक्ष में दर्पण नहीं होना चाहिए, इससे परस्पर कलह होता है . . इस कक्ष की दीवारों का रंग हल्का होना चाहिए . . 
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= रसोईघर : रसोई गृह में भोजन बनाते समय गृहिणी का मुख पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ होना चाहिए .  बरतन, मसाले, राशन इत्यादि पश्चिम दिशा में रखने चाहिए . .बिजली के उपकरण दक्षिण-पूर्व में रखने चाहिए .  जूठे बरतन तथा चूल्हे की स्लैब अलग होनी चाहिए। रसोईघर में दवाइयां नहीं रखनी चाहिए . .  रसोईघर में काले रंग का प्रयोग नहीं करना चाहिए . . यह हरा, पीला,क्रीम या गुलाबी रंग का हो सकता है . . 
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= पूजाघर : घर में पूजा घर या पूजा का स्थान ईशान कोण में होना चाहिए .  पूजा घर में मूर्तियां या फोटो इस तरह से रखनी चाहिए कि वे आमने-सामने न हों . . मूर्तियां बार अंगुल से अधिक ऊंची नहीं रखना चाहिए . . पूजा गृह शयन कक्ष में नहीं होना चाहिए .  यदि शयनकक्ष में पूजा का स्थान बनाना मजबूरी हो तो वहां पर्दे की व्यवस्था करनी चाहिए . .  पूजा गृह हेतु सफेद, हल्का पीला अथवा हल्का गुलाबी रंग शुभ होता है . . 
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= स्नानगृह तथा शौचालय : स्नानगृह की आंतरिक व्यवस्था में नल को पूर्व या उत्तर की दीवार पर लगाना चाहिए जिससे स्नान के समय मुख पूर्व या उत्तर दिशा में हो .  स्नान घर में वॉश बेसिन ईशान या पूर्व में रखना चाहिए . . गीजर, स्विच बोर्ड आदि अग्नि कोण में होना चाहिए . . बाथटब इस प्रकार हो कि नहाते समय पैर दक्षिण दिशा में न हों .  बाथरूम की दिवारों या टाइल्स का रंग हल्का नीला, आसमानी, सफेद या गुलाबी होना चाहिए . . शौचालय में व्यवस्था इस प्रकार हो कि शौच में बैठते समय मुख दक्षिण या पश्चिम में हो . .
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Wednesday 20 December 2017

दान

 कौन से " दान " से . . क्या प्राप्ति . . ? . .
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= अगर आप " जल " का दान करते है - तो आपको " तृप्ति " मिलेंगी . .
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= अगर आप " अन्न " का दान करते है - तो आपको " अक्षय सुख " की प्राप्ति होगी . .
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= अगर आप " तिल " का दान करते है - तो आपको उत्तम " संतान " की प्राप्ति होगी . .
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= अगर आप " दीप " का दान करते है - तो आपको " उत्तम नेत्र " का सुख मिलेगा . .
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= अगर आप " भूमि " का दान करते है - तो आपको समस्त " अभिलाषित पदार्थ " की प्राप्ति होगी . .
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= अगर आप " घर " का दान करते है - तो आपको " उत्तम घर " की प्राप्ति होगी . .
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= अगर आप " चांदी " का दान करते है - तो आपको " उत्तम सौन्दर्य " की प्राप्ति होगी . .
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= अगर आप " स्वर्ण " का दान करते है - तो आपको " दीर्घ आयु " की प्राप्ति होगी . .
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= अगर आप " दवाई " का दान करते है - तो आपको " आरोग्यता " की प्राप्ति होगी . .
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= अगर आप " परलोक " में अक्षय सुख प्राप्त करना चाहते है - तो आपको अपनी सबसे प्रिय वस्तु का दान करना पडेगा . .
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Sunday 17 December 2017

पुजा - पाठ के नियम

 
= पुजा घर ईशान कोण मे हो पुजा करने वाले का मुख उत्तर या पुर्व दिशा मे हो . .
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= शयनकक्ष मे पुजा घर न हो, अगर स्थानाभाव हो तो पुजा घर मे पर्दा लगा ले . . 
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= पुजा घर के आस पास या उपर- नीचे शौचालय न बनाये . घर की सीढीयो के नीचे पुजा घर न हो . . 
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= पुजा घर मे 1 से 12 अंगुल तक की मुर्ति का पूजन करे . . 
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= बाहरी व्यक्ति को मुर्ति के पास नही जाने देना चाहीये। इससे मुर्ति की उर्जा समाप्त होती है . . 
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= किसी भी देवी या देवता की मुर्ति दिवार से थोडी हटाकर रखनी चाहिये . . 
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= गणेश जी के दाहिने और विष्णु जी के बायें लक्ष्मी जी का स्थापना करनी चाहीये . . 
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= धन ऐश्वर्य और शत्रु नाश के लिये चांदी के गणेश लक्ष्मी की स्थापना करनी चाहीये . . 
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= पुजा के समय जलाये जानावाला दीपक यदि भूमी पर रखना हो तो उसके नीचे चावल अवश्य रखे .  वर्ना घर मे चोरी हो सकती है . 
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= पुजा घर की दिवारो का रंग पीले या सफ़ेद रंग का हो . . 
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= पुजा घर के अग्निकोण मे दीप अवश्य जलाना चाहीये . .हवनकुण्ड और अगरबत्ती भी अग्निकोण मे रखे .  
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= देवताओ को '' तांबा '' धातु प्रिय है अत: पुजन मे तांबे की धातु के बर्तनो का ही प्रयोग करे . . 
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= विष्णु मंदिर की 4 बार .  शिव जी की आधी . .देवी की 1 .  सुर्य की 7 और गणेश जी की 3 परिक्रमा करनी चाहीये . . 
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= उग्र और तामसी शक्तियो कि मुर्ति का मुख दक्षिण दिशा या दक्षिण पश्चिम  मे हो . . 
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= शिवलिंग पर चढे फ़ल,फ़ुल, नैवेद्य आदि का उपयोग न करे, उसे विसर्जित कर दे . . 
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= प्रत्येक गृहस्थ को घर मे तुलसी का पौधा अवश्य रखना चाहीये . .सांयकाल मे तुलसी के नीचे दिप जलाकर 5 बार परिक्रमा करनी चाहीये . . 
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= घर मे मुख्य रुप से 1 ही पुजा घर हो .  छोटे छोटे कई पुजाघर हो तो इससे घर के सदस्य अशान्त रहते है . . 
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Saturday 16 December 2017

शंख

" शंख " . . समुन्द्र मंथन से निकले चौदह नवरत्नों में से एक रत्न . . क्योंकि शंख . . माँ लक्ष्मी के साथ ही निकला था . . अतः शंख को माँ लक्ष्मी का भ्राता { भाई } कहा जाता है . .
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= शंख . . अनेको प्रकार के होते है . . लेकिन मुख्य है . . वामवर्ती शंख . . दक्षिणावर्ती शंख . . मोती शंख . . गणेश शंख . . टाइगर शंख . . विष्णु शंख . . अन्नपूर्णा शंख आदि . .
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= वामवर्ती शंख . . ये शंख आरती . . मांगलिक कार्यों में बजाने के काम आता है . . इसको बजाने से वायु मंडल के वो सूक्ष्म विषाणु नष्ट हो जाते है - जो मानव जाति के लिए घातक होते है . . इसको बजाने से अगर आपकी आवाज़ में हकलाहट है - तो वह भी दूर हो ज़ाती है - सर्दी - जुकाम तो बिना दवाई के ही दूर हो जाती है . .
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= दक्षिणावर्ती शंख . . जिस घर में ये शंख है . . उस घर में माँ लक्ष्मी का स्थाई वास रहता है . . . दरिद्रता कोसों दूर रहती है . . इसमे जल भरकर " श्री सूक्त " का पाठ करके उस जल को दुकान - आफिस मेंछिड़कने से ब्यापार में बढ़ोतरी होती है = तथा इससे घर की नकारात्मक उर्जा समाप्त होती है = तथा इसमे जल भरकर निम्न मन्त्र का जप करके इस जल को पीने से - हृदय और श्वाससंबधित रोगों से मुक्ति मिलती है --- "ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्राय नमः " . .
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= मोती शंख . . यह शंख मोती के समान सफ़ेद और चमकदार होता है . . यह ज्यादातर कैलाश मानसरोवर में पाया जाता है . . इस शंख में गंगाजल रखने के चार घंटे बाद पिया जाए तो ह्रदय रोगों से मुक्ति मिलती है . .

घर में जरूर लगाएं . इन 5 पौधों को

घर में जरूर लगाएं . इन 5 पौधों को . . पाइये गाड़ी, बंगला और बैंक बैलेंस . . .
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= तुलसी का पौधा . . यह पौधा सभी प्रकार की नकारात्‍मक ऊर्जा को नष्‍ट कर देता है . कोई बुरी आत्‍मा आपके घर में प्रवेश नहीं कर सकती . . तुलसी कअअ पौधा न केवल धार्मिक महत्‍व रखता है, बल्कि इसके कई स्‍वास्‍थ्‍य लाभ भी हैं . .इससे सभी देवी-देवताओं की विशेष कृपा हमारे घर पर बनी रहती है . .  
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= मीठा नीम या कड़ी पत्‍ता . . यह पौधा सहज और सरल रूप से आपको कहीं भी मिल जाता है . ,. इसको लगाने से घर में सकारात्‍मक ऊर्जा का संचार बना रहता है . . इसको लगाने से शनि, राहु और केतु तीनों प्रसन्‍न रहते हैं . . 
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= आंवले का पौधा . . आंवले के पौधे को लगाने से मां लक्ष्‍मी स्‍वयं आपके घर में हमेशा के लिए वास करेंगी . . क्‍योंकि आंवले में भगवान कृष्‍ण और विष्‍णु का वास होता है . .  इसको आप जमीन या गमले में लगा सकते हैं . . यदि ये दोनों ही संभव न हो तो आप घर में इसका चित्र लगाकर भी ये लाभ प्राप्‍त कर सकते हैं . . 
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= हरसिंगार या पारिजात वृक्ष . . पारिजात की उत्‍पत्ति समुद्र मंथन से हुई थी .  समुद्र मंथन के 14 रत्‍नों में से 11वां रत्‍न पारिजात वृक्ष का था . . इसको छूने मात्र से सारी थकान मिट जाती है .  यह वृक्ष देवताओं को सबसे ज्‍यादा प्रिय होता है। इसलिए जिसके घर में यह पेड़ होगा . . वहां कभी भी दरिद्रता नहीं आती . इसके छोटे-छोटे सुगंधित पुष्‍पों से सारा वातावरण सुगंधित रहता है .  
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= शमी का पौधा . . इसे ऐसे स्थान पर लगाना चाहिए जो घर से निकलते समय दाहिनी ओर पड़ता हो . . शमी के पेड़ की पूजा करने से घर में शनि का प्रकोप कम होता है .  आपके कामों में आने वाली रुकावट दूर होगी। शमी को गणेश जी का प्रिय वृक्ष माना जाता है . . इसलिए भगवान गणेश की आराधना में शमी के वृक्ष की पत्तियों को अर्पित किया जाता है . .
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Saturday 9 December 2017

पर्स


= मेष,सिंह, और धनु राशि वाले अपना पर्स लाल या नारंगी रंग का रखे. तो लाभ होगा . .
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= वृष,कन्या, और मकर राशि वालों को भूरे रंग का पर्स तथा मटमैले रंग का पर्स बहुत फायदा पंहुचायगा . .
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= मिथुन,तुला, और कुम्भ राशि वाले यदि नीले रंग के पर्स का प्रयोग करते है तो उत्तम मानसिक स्थति के साथ साथ धन के के आगमन के रास्ते भी खुलेंगे . . .
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= कर्क,वृश्चिक, और मीन राशि को सफ़ेद रंग का पर्स उपयोग करना लाभदायक रहेगा. . .
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= रात्री में सोते समय पर्स कभी भी सिरहाने ना रख कर उसे हमेशा अलमारी में रखें. . .
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= पर्स में कभी भी रुपयों के साथ कोई बिल-रसीद या टिकट ना रखे इससे विवाद बढ़ता है . .
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= प्रत्येक जन्म दिवस पर अपने पर्स में एक नोट (छोटा या बड़ा) पर अपने पिता या माता के हाथों से केसर का तिलक लगा कर पूरे वर्ष के लिए रख दे. अगले जन्म दिवस पर किसी कन्या को दें.पुन:माता या पिता से तिलक करवा कर वर्ष हेतु रख ले . .
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= यदि पर्स कभी फट या कट जाय तुरंत बदल दें. यदि कर्ज का ब्याज देना हो तो वह रूपये पर्स में भूल कर भी ना रखे . रखेगे तो कर्ज कभी नहीं उतरेगा. . .

धन

" धन " . सबसे ज्यादा . . . लोगो को . . . इसी की जरुरत रहती है . . .
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= " धन " को प्राप्त करने के लिए जरुरत है - " माँ लक्ष्मी " को प्रसन्न करने की . . . .
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= " स्फटिक श्री यंत्र " . .. "श्री " का अर्थ है - धन . . और " यंत्र " का अर्थ है - " साधन " . . . धन प्राप्त करने का साधन . . . " श्री यंत्र " . . .
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= " श्री यंत्र " में मनुष्य के जीवन की सभी नकारात्मक परिस्थितियों को समाप्त कर उसकी सभी इच्छाओं को पूर्ण करने की शक्ति होती है . . .
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= " श्री यंत्र " . . जब ब्यक्ति " तनाव " की चरम सीमा पर पहुँच जाये . . व्यापार में हमेशा घाटा हो . . . आर्थिक परेशानियों से मुक्ति न मिले . . चारो तरफ से भविष्य अंधकारमय लगे . . ऐसे ब्यक्तियो को " स्फटिक श्री यंत्र " की हमेशा पूजा करनी चाहिए . . . .
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= " श्री यंत्र " . . एक उत्त्प्रेरक के रूप में . . उर्जा के कंडक्टर के रूप में काम करता है . . .
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= " श्री यंत्र " . . शुक्रवार के दिन घर या ऑफिस में स्थापित करना चाहिए . . .
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= " श्री यंत्र " . . को शुभ मुहूर्त में साफ़ पानी से धो कर . . पंचामृत से स्नान करवाकर . . गंगाजल से स्नान करवाकर पूजा स्थल पर पीले कपडे में रखना चाहिए . . तत्पश्चात कच्ची हल्दी . . फुल चढ़ाना चाहिए . . अष्टगंध का टीका लगाकर . . शुद्ध घी का दीपक जलाकर . . अगरबत्ती जलाकर . . " श्री सूक्त " का पाठ करना चाहिए . . .
= प्रत्येक " शुक्रवार " . . नियमित रूप से " श्री यंत्र " की पूजा करे . . देखिये . . आपके घर में " धन " की बढ़ोतरी कैसे होती है . . .
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= " श्री यंत्र " . . उचित दूकान से . . प्राण प्रतिष्ठित . . . प्योर स्फटिक . . का ही खरीदना चाहिए . . . आज कल इसमें डुप्लीकेट बहुत आ रहे है . . अतः सही स्थान से ही ख़रीदे . .
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= " श्री यंत्र " . . स्थापना का मुहूर्त . . और इसकी पूजा विधि . . मंत्र . . अपनी जन्मकुंडली के अनुसार . . जिससे " श्री यंत्र " ख़रीदे . .अवश्य मालुम कर ले . . .
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= तो आप तैयार है . .. न . . . " माँ लक्ष्मी " को अपने घर बुलाने के लिए . . . .

Friday 1 December 2017

जन्म तारीख के अनुसार क्या करे

= अगर आपका जन्म 1 . 10 . 19 या 28 को हुआ है . तो आपका मूलांक 1 होता है . . हर रविवार कुछ मीठा अवश्य खाना चाहिए . . ‘ॐ सूर्याय नम:’ मंत्र का जाप करे . . माणिक्य धारण करे . .
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= अगर आपका जन्म 2 . 11 . 20 या 29 को हुआ है . तो आपका मूलांक 2 होता है . .सोमवार व्रत करे . . शिवलिंग पर दूध और जल चढ़ावे . .
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= अगर आपका जन्म 3 . 12 . 21 या 30 को हुआ है . तो आपका मूलांक 3 होता है . . हर बृहस्पतिवार को पीले रंग के वस्त्र अवश्य धारण करें . .धन की कमी दूर होगी . . भगवान विष्णु की पुजा करे . .
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= अगर आपका जन्म 4 . 13 . 22 या 31 को हुआ है . तो आपका मूलांक 4 होता है . . भगवान गणेश की पूजा प्रतिदिन करे . . मनोकामना पुरी होगी . .
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= अगर आपका जन्म 5 . 14 या 23 को हुआ है . तो आपका मूलांक 5 होता है . .पन्ना रत्न धारण करे . . हर बुधवार गाय को हरी घास खिलाएं . .
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= अगर आपका जन्म 6 . 15 या 24 को हुआ है . तो आपका मूलांक 6 होता है . हर शुक्रवार कुछ मीठा अवश्य खाना चाहिए . . इत्र . . सेंट का प्रयोग करे . .
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= अगर आपका जन्म 7 . 16 या 25 को हुआ है . तो आपका मूलांक 7 होता है . . आपको प्रतिदिन काले कुत्ते को रोटी खिलानी चाहिए . . तथा शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करें . .
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= अगर आपका जन्म 8 . 17 या 26 को हुआ है . तो आपका मूलांक 8 होता है . .आपको हर शनिवार पीपल के वृक्ष को जल चढ़ाना चाहिए एवं शनि देव के समक्ष तिल तेल का दीया जलाना चाहिए . .
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= अगर आपका जन्म 9 . 18 या 27 को हुआ है . तो आपका मूलांक 9 होता है . रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करे . . हनुमान जी की पुजा करे . .
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