Monday, 26 June 2017

चंद्र ग्रह

चंद्र ग्रह की . .
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= चंद्रमा . . मन का कारक होता है . .वृष राशि में यह उच्च होता है एवं वृश्चिक में नीच का . .
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= चंद्रमा स्त्री ग्रह है . . कुंडली में माता का कारक भी होता है . .
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= अगर आपकी कुंडली में " चंद्रमा " लग्न में खराब है तो बुजुर्ग स्त्री की सेवा करनी चाहिए एवं उनसे आशीर्वाद लेना चाहिए.वट वृक्ष की जड़ को जल से सींचन करना चाहिए. . .
= द्वितीय भाव में खराब होने पर 43 दिनों तक कन्याओं को हरे रंग का कपड़ा देना चाहिए. . .
= तृतीय भाव में चन्द्रमा खराब होने पर गेहूं और गुड़ का दान करना चाहिए. .
= चतुर्थ भाव में चन्द्रमा समान्यत: अशुभ नहीं होता है फिर भी चन्द्र की शुभता के लिए चन्द्र की वस्तु जैसे चावल, दूध, दही, मोती, सफेद वस्त्र घर में रखना चाहिए . .
= चन्द्रमा पंचम भाव में खराब होने पर बुध की वस्तुएं जैसे हरे रंग का कपड़ा, पन्ना घर में नहीं रखना चाहिए इससे परेशानी बढ़ती है. . .
= छठे भाव में चन्द्रमा की शुभता के लिए रात्रि के समय दूध का सेवन नहीं करना चाहिए.दूध से बने पदार्थ का सेवन किया जा सकता है. . .
= सप्तम भाव में चन्द्रमा होने पर इसकी शुभता के लिए ऐसा कोई कार्य नहीं करना चाहिए जिससे माता को कष्ट हो .
= अष्टम में बड़ों का आशीर्वाद एवं चरणस्पर्श लाभप्रद होता है. .
= नवम में मंगल की वस्तुएं जैसे लाल वस्त्र, मसूर की दाल, शहद का दान करना चाहिए. . .
= दशम भाव में चन्द्रमा खराब होने पर चन्द्र की वस्तु घर में रखना लाभप्रद होता है . . केले के वृक्ष में जल देने से भी लाभ मिलता है. . .
= एकादश में चन्द्र खराब होने पर बुध की वस्तुएं जैसे मूंग की दाल, हरे रंग का कपड़ा व पन्ना घर में नहीं लाना चाहिए. . .
= द्वादश भाव में चन्द्रमा की उपस्थिति से खराब फल प्राप्त होने पर बड़ों का आशीर्वाद ग्रहण करना चाहिए.चांदी के बर्तन में दूध पीने से चन्द्रमा शुभ रहता है. . . .

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