" धन " . सबसे ज्यादा . . . लोगो को . . . इसी की जरुरत रहती है . . .
.
= " धन " को प्राप्त करने के लिए जरुरत है - " माँ लक्ष्मी " को प्रसन्न करने की . . . .
. .
=
" स्फटिक श्री यंत्र " . .. "श्री " का अर्थ है - धन . . और " यंत्र " का
अर्थ है - " साधन " . . . धन प्राप्त करने का साधन . . . " श्री यंत्र " . .
.
. .
= " श्री यंत्र " में
मनुष्य के जीवन की सभी नकारात्मक परिस्थितियों को समाप्त कर उसकी सभी
इच्छाओं को पूर्ण करने की शक्ति होती है . . .
.
=
" श्री यंत्र " . . जब ब्यक्ति " तनाव " की चरम सीमा पर पहुँच जाये . .
व्यापार में हमेशा घाटा हो . . . आर्थिक परेशानियों से मुक्ति न मिले . .
चारो तरफ से भविष्य अंधकारमय लगे . . ऐसे ब्यक्तियो को " स्फटिक श्री यंत्र
" की हमेशा पूजा करनी चाहिए . . . .
.
= " श्री यंत्र " . . एक उत्त्प्रेरक के रूप में . . उर्जा के कंडक्टर के रूप में काम करता है . . .
.
= " श्री यंत्र " . . शुक्रवार के दिन घर या ऑफिस में स्थापित करना चाहिए . . .
.
=
" श्री यंत्र " . . को शुभ मुहूर्त में साफ़ पानी से धो कर . . पंचामृत से
स्नान करवाकर . . गंगाजल से स्नान करवाकर पूजा स्थल पर पीले कपडे में रखना
चाहिए . . तत्पश्चात कच्ची हल्दी . . फुल चढ़ाना चाहिए . . अष्टगंध का
टीका लगाकर . . शुद्ध घी का दीपक जलाकर . . अगरबत्ती जलाकर . . " श्री
सूक्त " का पाठ करना चाहिए . . .
= प्रत्येक "
शुक्रवार " . . नियमित रूप से " श्री यंत्र " की पूजा करे . . देखिये . .
आपके घर में " धन " की बढ़ोतरी कैसे होती है . . .
.
=
" श्री यंत्र " . . उचित दूकान से . . प्राण प्रतिष्ठित . . . प्योर
स्फटिक . . का ही खरीदना चाहिए . . . आज कल इसमें डुप्लीकेट बहुत आ रहे है .
. अतः सही स्थान से ही ख़रीदे . .
.
=
" श्री यंत्र " . . स्थापना का मुहूर्त . . और इसकी पूजा विधि . . मंत्र .
. अपनी जन्मकुंडली के अनुसार . . जिससे " श्री यंत्र " ख़रीदे . .अवश्य
मालुम कर ले . . .
.
= तो आप तैयार है . .. न . . . " माँ लक्ष्मी " को अपने घर बुलाने के लिए . . . .
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