चन्द्र ग्रह के उपायों की . . लाल किताब के अनुसार . .
.
=
जन्म कुंडली में खाना संख्या एक में चन्द्रमा के लिए बुजुर्ग स्त्री की
सेवा करनी चाहिए एवं उनसे आशीर्वाद लेना चाहिए. वट वृक्ष की जड़ को जल से
सींचन करना चाहिए.
.
= खाना नम्बर दो में चन्द्रमा के उपचार हेतु 40 से 43 दिनों तक कन्याओं को हरे रंग का कपड़ा देना चाहिए.
.
= खाना नम्बर 3 में चन्द्रमा मंदा होने पर गेहूं और गुड़ का दान करना चाहिए.
.
=
चतुर्थ भाव में चन्द्रमा समान्यत: अशुभ नहीं होता है फिर भी चन्द्र की
शुभता के लिए चन्द्र की वस्तु जैसे चावल, दूध, दही, मोती, सफेद वस्त्र घर
में रखना चाहिए .
.
= चन्द्रमा
खाना नम्बर पाँच में मंदा होने पर बुध की वस्तुएं जैसे हरे रंग का कपड़ा
आदि घर में नहीं रखना चाहिए इससे परेशानी बढ़ती है.
.
= छठे भाव में चन्द्रमा की शुभता के लिए रात्रि के समय दूध का सेवन नहीं करना चाहिए.दूध से बने पदार्थ का सेवन किया जा सकता है.
.
= सप्तम भाव में चन्द्रमा होने पर इसकी शुभता के लिए ऐसा कोई कार्य नहीं करना चाहिए जिससे माता को कष्ट हो.
.
= अष्टम में बड़ों का आशीर्वाद एवं चरणस्पर्श लाभप्रद होता है.
.
= नवम में मंगल की वस्तुएं जैसे लाल वस्त्र, मसूर की दाल, शहद का दान करना चाहिए.
.
=
खाना नम्बर दस में चन्द्रमा मंदा होने पर चन्द्र की वस्तु घर में रखना
लाभप्रद होता है.केले के वृक्ष में जल देने से भी लाभ मिलता है.
.
= एकादश में चन्द्र मंदा होने पर बुध की वस्तुएं जैसे साबुत हरे मूंग की दाल, हरे रंग का कपड़ा आदि घर में नहीं लाना चाहिए.
.
=
द्वादश भाव में चन्द्रमा की उपस्थिति से मंदा फल प्राप्त होने पर बड़ों का
आशीर्वाद ग्रहण करना चाहिए.चांदी के बर्तन में दूध पीने से चन्द्रमा शुभ
रहता है.
.
No comments:
Post a Comment