Saturday, 20 January 2018

शकुन

  • घर से ऑफिस के लिए जैसे ही निकला - सामने से एक महिला पानी से भरी बाल्टी ले के आ रही थी - मन में सोचा - कितना अच्छा शकुन है = आज का दिन बहुत अच्छा रहेगा -= ऑफिस आकर - आज " शकुन शास्त्र " पर ही चर्चा
  •  पुरे विश्व में प्राचीन काल से " शकुन - अपशकुन " को माना जाता है = यात्रा के समय इसका विशेष महत्व है
  •  " मुहूर्त चिंतामणि " = " मुहूर्त पारिजात " आदि ग्रंथो में इसकी पूर्ण विवेचना है = " रामायण " - " महाभारत " में भी शकुनो के वारे में लिखा है
  •  पुराने समय में जब भी कोई दूर यात्रा पर जाता था - तो पहले से ये व्यवस्था  कर ली जाती थी - कि जब भी यात्रा करने वाला व्यक्ति घर निकले - एक सुंदर महिला सामने से पानी से भरा हुआ घड़ा ले कर आवे = इससे यात्रा शुभ फलदायक होती थी
  •  " अभिजित मुहूर्त " में सभी दिशाओ की यात्रा शुभ फलदायक होती है
  •  जब आप यात्रा के लिए घर से निकले - अगर सामने से - कोई जल से भरा घड़ा , बाल्टी लावे = दूध , दही से भरा कोई भी पात्र लावे = सब्जी से भरा ठेला आवे = सुंदर वस्त्र धारण किये कोई स्त्री या पुरुष दिखाई दे = तो शुभ शकुन होता है
  •  यात्रा के समय " शवयात्रा " दिखाई दे - तो अवश्य नमन करे - ये एक अत्यंत शुभ शकुन है
  •  यात्रा के समय - प्रेस किये हुए कपड़ो सहित धोबी = बंधा हुआ पशु = पुत्र सहित स्त्री = सफ़ेद फुल - दिखाई देना शुभ शकुन है
  •  एक " वेश्या " की भले ही हमारे समाज में इज्जत न हो - लेकिन यात्रा के समय इसका दिखाई देना उत्तम शुभ शकुन है
  •  यात्रा के लिए निकलते ही अगर कान में = धार्मिक गीतों की ध्वनि या मंदिर के घंटे की ध्वनि = सुनाई दे - तो ये भी एक शुभ शकुन है 

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